24 फरवरी 2023, शुक्रवार की शाम प्रयागराज में दिनदहाड़े बम और गोलियां चलीं।
4-5 हमलावरों ने बसपा विधायक रहे राजू पाल हत्याकांड के आखिरी गवाह उमेश पाल की हत्या कर दी।
हमले में गनर की भी मौत हो गई। हत्या के बाद उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने चीखते हुए कहा,
“मेरे पति की हत्या जेल में बंद माफिया अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ, उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन और उसके दोनों बेटों ने करवाई है।”
साल 2005 में बसपा के तत्कालीन विधायक राजू पाल की गोली मारकर हुई हत्या के 18 वर्ष बीतने के बाद इस हत्याकांड की सुनवाई सीबीआई कोर्ट में चल रही है।
राजू पाल की पत्नी एवं सपा विधायक पूजा llपाल का कहना है।
कि उनके पति को अपनी हत्या का अंदेशा पहले ही हो गया था।
राजनीतिज्ञ
राजू पाल ने 2002 में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के टिकट पर उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में चुनाव लड़कर राजनीति में प्रवेश किया।
वह गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद से सीट हार गए ।
नवंबर 2004 में, राजू ने समाजवादी पार्टी (सपा) के टिकट पर इलाहाबाद पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले अतीक अहमद के छोटे भाई अशरफ उर्फ खालिद अजीम को हराकर उपचुनाव जीता।
राजू पाल एक भारतीय राजनीतिज्ञ थे। वह 2004 में बहुजन समाजवादी पार्टी (बसपा) के टिकट पर उत्तर प्रदेश की विधान सभा के सदस्य बने।
2005 में, इलाहाबाद (अब प्रयागराज), उत्तर प्रदेश के सुलेम सराय इलाके में उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
मौत
2004 के उपचुनाव में जब राजू पाल ने अशरफ को हराया, तो वह अंततः अशरफ और अतीक अहमद के राजनीतिक करियर के लिए खतरा बन गए।
राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता किसी तरह व्यक्तिगत प्रतिद्वंद्विता में बदल गई।
25 जनवरी 2005 को, जब राजू पाल स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल, इलाहाबाद से घर जा रहे थे, एक कार ने उनकी क्वालिस कार को ओवरटेक कर लिया।
राजू पर सुलेम सराय इलाके में बदमाशों के एक समूह ने हमला किया था।
सूत्रों के मुताबिक, उन्हें करीब 18 गोलियां लगी थीं और उनके साथ मौजूद दो लोगों संदीप यादव और देवी लाल को भी गोली लगी थी।
हमलावरों ने राजू पाल की एक अन्य कार पर फायरिंग कर दी, जिससे रुखसाना, सैफ उर्फ सैफुल्ला और ओम प्रकाश पाल नाम के तीन अन्य लोग घायल हो गए।
हत्या एक सनसनीखेज मामला था जिसने राष्ट्रीय ध्यान आकर्षित किया और अतीक पर इसके पीछे मास्टरमाइंड होने का आरोप लगाया गया।
तथ्य
• हत्या के करीब ग्यारह दिन पहले राजू पाल ने पूजा से शादी की थी।
• अतीक के छोटे भाई अशरफ को राजू की हत्या का मुख्य मास्टरमाइंड बताया जा रहा है।
• 24 फरवरी 2023 को, राजू पाल की हत्या का मामला फिर से सुर्खियों में आया जब उनकी हत्या के मुख्य गवाह उमेश पाल की उत्तर प्रदेश के धूमनगंज के सुलेम सराय इलाके में उनके घर के पास हत्या कर दी गई।
सूत्रों के मुताबिक राजू पर अतीक अहमद के गुंडों ने हमला किया था।
कथित तौर पर, हमलावरों ने उमेश पाल और उनके दो बंदूकधारियों पर देसी बम फेंके।
अतीक अहमद व भाई अशरफ पर दर्ज कराया था केस
अतीक अहमद का प्रयागराज में काफी बड़ा रुतबा था। राजूपाल ने अतीक के गढ़ में यानी शहर पश्चिमी के विधान सभा चुनाव में विजयश्री हासिल की।
बसपा के टिकट पर चुनाव लड़कर राजू पाल ने अतीक अहमद के भाई अशरफ को चुनाव में हराया था।
अतीक अहमद 2004 में फूलपुर संसदीय क्षेत्र से सांसद चुने गए थे।
राजू पाल की हत्या का कारण राजनैतिक प्रतिद्वंदिता बताया गया।
राजू पाल की हत्या के मामले में उनकी पत्नी पूजा ने तत्कालीन सांसद अतीक अहमद, उनके भाई अशरफ व तीन अन्य के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज कराया था।

बवाल, हंगामा व आगजनी से कांप उठे थे शहरवासी
विधायक को गोली मारने की घटना जंगल में आग की तरह फैल गई।
कुछ ही देर में वहां पुलिस अधिकारी पहुंचे और राजू पाल को तत्काल अस्पताल ले गए।
वहां उनके शरीर से करीब डेढ़ दर्जन गोली निकाली गई। उनकी गाड़ी में बैठे संदीप यादव और देवीलाल की भी मौत हो गई।
पोस्टमार्टम के बाद रातोंरात शव के अंतिम संस्कार का आरोप लगा।
इस हत्याकांड से लोग आक्रोशित हो उठे थे। इसके बाद तो मानो शहर जल उठा।
राजू पाल की हत्या के बाद कई दिनों तक शहर में बवाल, हंगामा और आगजनी की घटनाएं हुईं।
दिनदहाड़े हुए इस सनसनीखेज हत्याकांड ने पूरे प्रदेश को हिलाकर रख दिया था।