लगातार बढ़ती महंगाई के कारण रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने शुक्रवार को एक बार फिर से रेपो रेट बढ़ाने का ऐलान कर दिया है। इस बार आरबीआई ने रेपो रेट में 50 आधार अंकों की बढ़ोतरी की है। 4.90 फीसद से बढ़कर अब रेपो रेट 5.40 फीसद हो गया है। मई में रेपो दर में अप्रत्याशित 40 बेसिस पॉइंट्स और जून में 50 आधार अंकों की वृद्धि हुई थी उसके बाद RBI द्वारा की गई यह तीसरी वृद्धि है। आरबीआई द्वारा रेपो रेट बढ़ाने से आपके होम और कार लोन जैसे अन्य कर्जों की ईएमआई बढ़ जाएगी।
आखिर क्या होता है रेपो रेट?
रेपो रेट वह रेट होता है, जिस पर आरबीआई कमर्शियल बैंकों को लोन देता है। इसका पूरा नाम रिप्रोडक्शन रेट है। लेकिन संक्षेप में इसे रेपो रेट कहते हैं। रेपो रेट कम होने का मतलब है कि बैंक से मिलने वाले सभी तरह के कर्ज सस्ते हो जाएंगे। यानी रेपो रेट कम हाेने से होम लोन, व्हीकल लोन और पर्सनल लोन सभी सस्ते हो जाते हैं। लेकिन इससे आपकी जमा पर ब्याज दर में भी बढ़ोतरी हो जाती है। इसी तरह इसके बढ़ने से सभी तरह के लोन महंगे हो जाते हैं।

साल 2022-23 में 6.7 फीसदी रह सकती है महंगाई दर
आपको बता दें कि जून के महीने में महंगाई की दर 7.01% रही। लगातार छठी बार महंगाई की दर आरबीआई की तय सीमा छह फीसदी से अधिक रही है। इससे पहले मई महीने में खुदरा महंगाई दर 7.04 थी। वहीं दूसरी ओर केंद्रीय बैंक आरबीआई ने साल 2022-23 के लिए महंगाई दर के अनुमान को भी 5.7 फीसदी से बढ़ाकर 6.7 फीसदी कर दिया है।
दरअसल, आज शुक्रवार को आरबीआई ने रेपो रेट में वृद्धि कर दी है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बयान जारी कर बताया कि मौद्रिक नीति समिति ने 50 आधार अंकों की बढ़ोतरी का फैसला किया है। इस फैसले के बाद अब रेपो रेट 4.90 फीसद से बढ़कर 5.4 फीसद हो गया है।

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि शहरी मांग में सुधार देखने को मिल रहा है। हालांकि, उन्होंने इस बात का भी संकेत दिया कि कोर महंगाई दर ऊंचे स्तर पर रहने का अनुमान है। आरबीआई गवर्नर ने कहा कि ग्रामीण मांग में धीरे-धीरे सुधार जारी है। निवेश में तेजी देखने को मिल रही है।
आरबीआई ने कहा कि लगातार ज्यादा महंगाई, ग्रोथ पर असर डाल सकती है। आरबीआई ने बताया कि MSF (Marginal Standing Facility) 5.15 फीसद से बढ़कर 5.65 फीसद किया गया है। गवर्नर के मुताबिक अप्रैल के मुकाबले महंगाई में काफी कमी आई है।
आपको बता दें कि करीब चार महीने के अंतराल में रेपो रेट में लगातार तीसरी बढ़ोतरी है।