अमेरिका का 16वां सबसे बड़ा बैंक सिलिकॉन वैली बैंक दिलालिया हो गया है,इस खबर के आने से अमेरिका के शेयर बाजार में भी प्रभावित हुआ है। आपको बता दें कि यह बैंक टेक कंपनी और स्टार्टअप्स को लोन देती थी।
हमसे से कई लोग यह जानते हैं कि कैसी दिवालिया हुई सिलिकन वैली बैंक, इससे स्टार्ट अप्स पर क्या असर पड़ेगा, क्या इससे भारतीय के बैंक और स्टार्ट अप्स भी प्रभावित होगी।
आइए जानते हैं सभी सवालों का जबाब:
सिलिकॉन वैली बैंक की शुरुआत साल 1983 में हुई,यह बैंक टेक्नोलॉजी से रिलेटेड स्टार्ट अप्स को बैकिंग सेवा देता था। सिलिकन 2008 में रीटेल बैकिंग सेक्टर में आया। इस बैंक ने दुनियाभर के कई सारे स्टार्ट अप्स को लोन दिया।कई सारे स्टार्ट अप का इस बैकं में अकाउंट है और वह स्टार्ट अप इस बैंक में पैसा रखती है।
यह बैंक स्टार्ट अप, टेक बिजनेस के लिए फेवरेट ऑप्शन था.
पिछले दिनों अमेरिकी रेगुलेटर्स ने इस बैंक को घोषणा की, रेगुलेटर्स ने बैंक के सभी एसेट्स को जब्त कर लिया है।
दरअसल बैंक के पास 2021 तक 189 अरब डॉलर डिपॉजिट्स थे। बैंक पिछले 2 सालों में अरबों डॉलर के
बॉन्ड खरीदे थे,लेकिन ब्जाज दर कम होने से इनवेस्टर को उचित रिटर्न नहीं मिला। वही दूसरी तरफ फेडरल रिजर्व ने टेक कंपनियाँ के लिए इनरेस्ट रेट बढ़ा दिए, कस्टमर बैंक से पैसै निकालने लगे।
8 मार्च को बैंक ने बताया कि 21 अरब डॉलर का बॉन्ड बेच दिया है, उसे 1.8 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है। इसके बाद डिपॉजिटर्स डर गए, उन्हे लगा उनका पैसा डूबा जाएगा, वे बैंक से डिपॉजिट्स निकालने लगे।
बैकं के बाहर लोगों का लाइन लग गया।
इस घटना से बाद SVB यानी सिलिकन वैली बैंक के शेयर 60% गिर गए।

फिर 9 मार्च को बैंक ने रेगुलेटरी फाइलिंग में बताया कि उनका कैश बैलैंस निगेटिव हो गया यानी बैंक में जितने पैसै हैं, उससे अधिक कर्ज है।
10 मार्च को federal deposit insurance corporation (FDIC) ने 10 मार्च को सिलिकॉन वैली बैंक को बंद करने की घोषणा की।
SVB बैंक का बंद होना 2008 के फाइनेंशियल क्राइसिस के बाद अमेरिका के किसी बैंक की डूबने की सबसे बड़ी घटना है।
FDIC को इस बैंक का असेट रिसिवर नियुक्त किया गया है।
आइए जानते हैं कि सिलिकॉन वैली बैंक के डूबने से भारत पर क्या असर पड़ेगा?
एक्सपर्ट के अनुसार स्टार्ट अप इकोसिस्टम के सबसे बड़े वेंडर सिलिकॉन वैली बैंक के बंद होने से भारत के बैंक को न के बराबर नुकसान होगा। वही कुछ भारतीय स्टार्ट अप्स को भी परेशानी उठाना पड़ सकता है।
SVB ने भारत के लगभग 21 स्टार्टअप्स में निवेश किया है। जिसमें सबसे अहम इनवेस्टमेंट SAAS यूनिकॉर्न आईसर्टिज में है। इसके अलावा ब्ल्यूस्टोन, पेटीएम, वन97 कम्यूकेशन,पेटीएम मॉल, नापतोल ,कारवाले,लॉयली रिवॉर्ड्स में भी बैंक ने इनवेस्ट किया है.
अमेरिकी सरकार के बैंक ट्रांजेक्शन के रोक के बाद करीब 60 स्टार्ट अप के 400 करोड़ के पैसै इस बैंक में फँसे हैं।
इससे इन स्टार्ट अप के कर्मचारियों को सैलरी मिलने में परेशानी हो सकता है वही कई अपने कर्मचारी की छटनी भी कर सकता है।