टी20 वर्ल्ड कप का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। 16 अक्टूबर से इस टूर्नामेंट की शुरुवात हो रही है। टी-20 वर्ल्ड कप इतिहास की पहली चैंपियन टीम इंडिया है, लेकिन 2007 के बाद से भारतीय टीम अपना वो करिश्मा दोहरा नहीं सकी है। आप सबको तो पता ही होगा साल 2007 में कैसे महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में टीम इंडिया ने पहला टी 20 वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया था युवा सितारों से सजी उस टीम ने टी 20 वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया था।
लेकिन उसके बाद महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली की कप्तानी में भारत ने कई वर्ल्ड कप खेले लेकिन टीम इंडिया अपना दूसरा टी 20 वर्ल्ड कप नही जीत पाई।

इस बार टीम इंडिया रोहित शर्मा की कप्तानी में उतर रही है। हम सबको पता है कि रोहित 5 बार मुंबई इंडियंस को IPL में चैंपियन बना चुके हैं और सितारों से सजी इस बार टीम इंडिया को खिताब का प्रबल दावेदार भी माना जा रहा है। हालांकि, रविंद्र जडेजा और जसप्रीत बुमराह का चोटिल होना भारत के लिए बड़ा झटका है। इसके बावजूद कई वजहें हैं, जिनके आधार पर भारत को वर्ल्ड चैंपियन बनते देखा जा सकता है।भारत की सबसे मजबूत पक्ष उसकी बैटिंग है।
भारत का मजबूत टॉप ऑर्डर
हिटमैन रोहित शर्मा खुद एक धाकड़ ओपनर हैं औ टी-20 इंटरनेशनल में उनका रिकॉर्ड दमदार है। केएल राहुल टॉप ऑर्डर में उतरेंगे तो सूर्यकुमार यादव, हार्दिक पंड्या मिडल ऑर्डर में मोर्चा संभालेंगे। उनके अलावा अक्षर पटेल और दिनेश कार्तिक जैसे खिलाड़ी फिनिशर के रोल में दिखेंगे। यहां अगर ऋषभ पंत फॉर्म में हों तो यह सोने पर सुहागा होगा। ये सभी वो नाम हैं जो अकेले दम पर टीम को जीत दिलाने में सक्षम हैं। ऐसा बैटिंग क्रम शायद दुनिया की किसी टीम के पास नहीं है।
विराट की फॉर्म में वापसी
सबसे अहम बात ये कि रन मशीन विराट कोहली फॉर्म में वापस लौट आए हैं। दरअसल पिछले तीन वर्षों से विराट कोहली रन बनाने के लिए संघर्ष करते दिख रहे थे, लेकिन एशिया कप में शतक के बाद उनके हावभाव बदल चुके हैं। उन्होंने न केवल मैदानी शॉट्स पुराने अंदाज में खेले, बल्कि गेंद को हवाई यात्रा पर भी खूब भेजे।

अब उनका बल्ला पुराने अंदाज में रन उगल रहा है इससे दुनिया भर के गेंदबाजों के मन में कहीं न कहीं दहशत जरूर होगी। उनका स्वाभाविक खेल ही मैदान पर लंबे समय तक टिककर टीम को जीत तक पहुंचाने का है और भारतीय फैंस को तो उनसे यही उम्मीद भी होगी।
हार्दिक पांड्या का बेहतरीन ऑलराउंड प्रदर्शन
आईपीएल में गुजरात टाइटंस को चैंपियन बनाने के बाद उनका कद और भी बढ़ गया है और टीम इंडिया के लिए सुखद बात यह है कि वह उसी अंदाज में प्रदर्शन भी कर रहे हैं। जिसके लिए उन्हें जाना जाता है।
पिछले टी-20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया की सबसे कमजोर कड़ी साबित हुए हार्दिक पंड्या वापसी के बाद से बदल चुके हैं। वो पहले से कहीं अधिक मेच्योर दिख रहे हैं तो उनकी बॉलिंग में सुधार हुआ है।

सूर्यकुमार यादव होंगे X- फैक्टर
विराट और रोहित के बाद सबसे होनहार बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव को आंका जा रहा है। ऑस्ट्रेलिया से लेकर इंग्लैंड तक के गेंदबाजों के साथ वह मैदान पर खिलवाड़ करते दिखाई दिए हैं, लेकिन असल परीक्षा होनी अभी बाकी है।

ऑस्ट्रेलियाई मैदानों पर मौजूदा समय का 360 बल्लेबाज किस तरह खेलता है यह देखने वाली बात है। भारत को अगर टूर्नामेंट जीतना है तो सूर्या को मैदान पर अपनी चमक बिखेरनी होगी।
एशिया कप मिली हार से सीख लेने की जरूरत
रोहित शर्मा का कप्तानी रिकॉर्ड शानदार रहा है। उन्होंने आईपीएल में मुंबई इंडियंस को चैंपियन बनाया तो कप्तानी मिलने के बाद से लगातार झंडे गाड़ रहे हैं। हालांकि, एशिया कप में मिली हार को वो जरूर याद रखेंगे। रोहित जैसा अनुभवी खिलाड़ी मैच से हर पहलू से कोई न कोई सीख जरूर लेता है ऐसे में उम्मीद है कि वो एशिया कप मे हुई गलतियों से सीख लेकर उनको दूर करने की कोशिश करेंगे।
रोहित पहली बार ICC टूर्नामेंट में करेंगे कप्तानी
रोहित को ICC टूर्नामेंट में पहली बार कप्तानी का मौका मिला है तो ये उनकी परीक्षा भी होगी। उनपर न सिर्फ टीम को अच्छी शुरुआत देने का प्रेशर है, बल्कि कप्तानी के दबाव को भी कामयाबी में बदलने का भी दबाव होगा। डेथ ओवरों में भारत के डगमगाने के बावजूद यह माना जा रहा है कि रोहित शर्मा इस पहेली से बाहर निकलने का रास्ता खोज लेंगे।

एशिया कप से लगातार जो भारत की सबसे ज्यादा परेशानी का कारण रही है वो है डेथ ओवरों में गेंदबाजी लेकिन टीम इंडिया और वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए वार्मअप मैचों में गेंदबाजों ने बढ़िया प्रदर्शन किया है। अगर टीम इंडिय अपना बेहतरीन प्रदर्शन ऐसे ही जारी रखती है तो टीम वर्ल्ड चैंपियन बनकर ही भारत वापस लौटेगी।