दिल्ली हाई काेर्ट सोमवार को माकपा नेता वृंदा करात और केएम तिवारी की उस याचिका पर फैसला सुनाएगा, जिसमें निचली अदालत के आदेश काे चुनौती दी गई है। निचली अदालत ने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा के खिलाफ नफरत भरे भाषणों के लिए FIR दर्ज करने का निर्देश देने से इनकार करते हुए करात और तिवारी की याचिका खारिज कर दी थी।
दिल्ली हाई काेर्ट के जस्टिस चंद्रधारी सिंह ने 25 मार्च को इस याचिका पर सुनवाई पूरी करते हुए अपना आदेश सुरक्षित रख लिया था। याचिका में दावा किया गया है कि भाजपा नेताओं के नफरती भाषणों के बाद ही फरवरी 2020 में पूर्वी दिल्ली में दंगे भड़के थे।