पटना के पास एक बड़ी ट्रेन लूट की घटना को डेढ़ दर्जन अपराधियों ने अंजाम दिया। यह लूट हाई-प्रोफाइल माने जाने वाली दिल्ली-कोलकाता दुरंतो एक्सप्रेस में हुई है। ट्रेन पटना से थोड़ी दूर निकली थी और पहले ही ट्रेन में बैठे एक अपराधी ने इमरजेंसी ब्रेक लगा कर ट्रेन को रोक दिया।
7 बोगियों में की लूटपाट
ट्रेन रुकते ही दर्जनों हथियारबंद अपराधी ट्रेन में चढ़ गए और पटना के बाहरी इलाके में लुटेरों द्वारा बंदूक की नोक पर कथित रूप से ट्रेन के 7 बोगियों में लूट पाट की घटना को अंजाम दिया गया।लुटेरों ने ट्रेन के 7 बोगियों में जम कर लूट पाट की। यात्रियों का कीमती सामान लेकर फरार हो गए।
ट्रेन के ड्राइवर के मुताबिक करीब डेढ़ दर्जन लुटेरों के बोगियों पर चढ़ने से पहले ही किसी ने ट्रेन रोकने के लिए जंजीर खींच ली थी। वही ट्रेन में मौजूद यात्रियों के मुताबिक ट्रेन के पटना से थोड़े ही दूर पर रुकने के बाद 18 से 20 की संख्या में हथियारबंद लुटेरे सात बोगियों में चढ़ गए और यात्रियों का सामान लूट लिया।
ड्राइवर के मुताबिक इमरजेंसी चेन खींच कर ट्रेन रोकी गई
वही जब यात्रियों ने ट्रेन के चालक से पूछा तो चालक ने कहा कि लगभग दो दर्जन लुटेरों के बोगियों में चढ़ने से पहले किसी ने ट्रेन को रोकने के लिए इमरजेंसी चेन खींची थी।तो वहीं हंगामा कर रहे यात्रियों ने दावा किया है कि ट्रेनों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार सरकारी रेलवे पुलिस GRP के जवान पटना में उतरे थे, उनके उतरते ही बदमाशों ने इस दुर्भाग्यपूर्ण ट्घटना को अंजाम दिया।
ट्रेन के हावड़ा पहुंचने के बाद कई यात्रियों ने इसकी शिकायतें दर्ज कराई हैं। कई यात्रियों ने हावड़ा में जीआरपी से इसकी शिकायत की । हावड़ा के एक जीआरपी अधिकारी ने बताया की घटना का क्षेत्र हमारे अधिकार क्षेत्र का हिस्सा नहीं था इसलिए हमने उन शिकायतों को दानापुर जीआरपी को भेज दिया है।
यात्रियों ने बताया कि पटना तक ट्रेन में जीआरपी के जवान थे। पटना में जीआरपी के जवान यात्रियों को अपने मोबाइल फोन और चार्जर छिपाने की चेतावनी देने के बाद ट्रेन से उतर गए। ट्रेन के पटना से निकलने के लगभग 10 किलोमीटर बाद ही ट्रेन में अचानक हंगामा हुआ। लोग कुछ समझ पाते तब तक ट्रेन रुक गई और बाहर से कई लोग कुछ बोगियों पर चढ़ गए। उन्होंने कई यात्रियों का सामान भी छीन लिया और वही उतर गए।