विराट कोहली ये वो नाम है जिसके बिना शायद क्रिकेट की कल्पना भी नहीं की जा सकती। दरअसल विराट आज अपना 34वां जन्मदिन मना रहे हैं। विराट ने 2008 में इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था।
उन्होंने अपना पहला मैच 18 अगस्त, 2008 को श्रीलंका के खिलाफ खेला था। विराट अब तक इंटरनेशनल क्रिकेट में 24,350 रन बना चुके हैं। वो भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के सबसे सफल बल्लेबाजों में से एक हैं।
2008 में भारत को जिताया था U-19 वर्ल्ड कप
आपको बता दें टीम इंडिया में कदम रखने से पहले कोहली ने 2008 में ही अपनी कप्तानी में इंडिया को अंडर-19 वर्ल्ड कप जितवाया था। आज विराट कोहली का इतना बड़ा नाम बन गया है।
इस नाम को बनाने में कोहली को बहुत संघर्ष करना पड़ा है। ऐसे ही एक संघर्ष के बारे में आपको बताते हैं दरअसल विराट कोहली ने अपनी संघर्ष की कहानी बताते हुए कहा था कि पहली बार मुझे स्टेट टीम में सिलेक्ट नहीं किया गया था।
तब मैं पूरी रात रोया था। मैं बहुत निराश था और रोते-रोते मुझे रात के करीब 3 बज गए थे। मैं खुद पर यकीन नहीं कर पा रहा था मुझे रिजेक्ट कर दिया गया है।
कोहली ने साल 2006 में दिल्ली की तरफ से घरेलू क्रिकेट में डेब्यू किया था। इसके मात्र 2 साल बाद ही उन्होंने इंडिया के लिए भी डेब्यू कर लिया था। अब आपको विराट के इस जन्मदिन के मौके पर उनके द्वारा खेली गई कुछ बेहतरीन पारियों की यादें ताजा कराएंगे।
पाकिस्तान के खिलाफ खेली 183 रनों की पारी
सबसे पहले बात करें तो विराट की 183 रनों की पारी को कोई भी कभी नहीं भूल सकता। ये पारी विराट के वनडे करियर की सबसे बड़ी पारी है।
दरअसल साल 2012 का एशिया कप बांग्लादेश में खेला गया था। 18 मार्च 2012 को शेर-ए-बांग्ला यानी मीरपुर स्टेडियम में भारत का मुकाबला पाकिस्तान से था। पाकिस्तान ने टॉस जीता और बैटिंग चुनी।
भारत के सामने पाकिस्तान ने 330 रन का टारगेट रख दिया। पहले ओवर की दूसरी गेंद पर ही भारत के सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर आउट हो गए। इसके बाद विराट और सचिन तेंदुलकर ने मिलकर पारी को संभाला।
कोहली ने इस मैच में 148 गेंदों में 183 रन बनाकर इंडियन टीम के लिए टारगेट को चेज करने की राह आसान कर दी। विराट ने 22 चौके और 1 छक्का जड़ा था। इस मैच में टीम इंडिया ने 48 ओवर में ही टारगेट पूरा कर पाकिस्तान को 6 विकेट से मात दी थी।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2014 में खेली शानदार पारी
ऑस्ट्रेलिया में तो विराट एक अलग ही रंग में नजर आते हैं। तभी तो वो ऑस्ट्रेलिया में भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। जब भी विराट ऑस्ट्रेलिया में खेले हैं उनका बल्ला खूब चला है।
2014 में ऑस्ट्रेलिया में खेली गई बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में तो विराट कमाल के फॉर्म में थे। दरअसल एडिलेड में पहला टेस्ट खेला गया। ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 517 रन बनाए और पारी खत्म कर दी।
इसके जवाब में भारत ने अपनी पहली पारी में 444 रन बनाए। कोहली ने पहली पारी में 184 गेंदों में 115 रन बनाए थे। तो वहीं दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया ने 290 रन बनाए और भारत को 364 रन का टारगेट दिया।
टीम इंडिया ने दूसरी पारी में 315 रन बनाए थे। विराट ने दूसरी पारी में भी शतक जड़ दिया। उन्होंने 175 गेंदों में 141 रन बनाए। दोनों पारियों को मिलाकर विराट ने 28 चौके लगाए थे।
भारत ये मैच तो हार गया, लेकिन एडिलेड में खेली गई कोहली की ये दोनों पारियां आज भी क्रिकेट फैंस के जेहन में हैं।
2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पारी बेहद खास
आपको बता दें 2021 टी-20 वर्ल्ड कप की शुरुआत से पहले ICC ने एक कैंपेन शुरू किया था, जिसमें टी-20 वर्ल्ड कप के इतिहास की बेस्ट पारी और पलों को लेकर पोल शुरू किया गया था।
इसमें टी-20 वर्ल्ड कप 2016 में विराट कोहली द्वारा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई पारी को बेस्ट चुना गया था। विराट कोहली ने उस मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिर्फ 51 बॉल में 82 रन बनाकर टीम इंडिया को शानदार जीत दिलाई थी।
दरअसल 2016 का वर्ल्ड कप भारत में खेला गया था। पंजाब के मोहाली में भारत और ऑस्ट्रेलिया आमने-सामने थे। पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 160 रनों का टारगेट दिया था।
टारगेट का पीछा करने उतरी इंडिया को पावरप्ले में ही डबल झटके लगे थे और दोनों ओपनर्स आउट हो गए थे। उसके बाद बैटिंग करने आए सुरेश रैना भी सस्ते में लौट गए थे। युवराज सिंह का बल्ला भी कुछ देर ही चला और अंत में धोनी-कोहली की जोड़ी ने टीम को जीत दिलाई।
विराट कोहली ने अपनी उस शानदार पारी में 51 बॉल में 82 रन बनाए थे, इस दौरान उन्होंने 9 चौके और 2 छक्के जड़े। इस जीत के दम पर टीम इंडिया ने तब सेमीफाइनल में जगह बनाई थी।हालांकि टीम इंडिया को सेमीफाइनल में वेस्टइंडीज के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।